RTGS क्या है ? RTGS कैसे करे आईये जानते है RTGS के बारे में ।
Hello दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे टेक्निकल अपडेट में आज हम बात करेंगे कि RTGS क्या है और इसका का पूरा नाम क्या है तथा यह किस प्रकार किया जाता है इसको हम आज सरल तरीके से जानेंगे ।
RTGS FULL FROM
➤RTGS - Real Time Gross Settlement
➤(रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट)
RTGS kese kare,आइए जानते हैं RTGS के बारे में
जैसा कि हम जानते हैं किसी भी बैंक में पैसों का लेन देन ऑफलाइन तथा ऑनलाइन दोनों तरीकों से किया जाता है इसमें ऑनलाइन तरीके से RTGS, NEFT, IMPS, BHIM
UPI तथा नेट बैंकिंग का प्रयोग किया जाता है तथा ऑफलाइन तरीके मैं चेक बुक के द्वारा और नगद CASH बैंक में जमा करवा कर किया जाता है ।
RTGS transaction को RBI के द्वारा maintained किया जाता है इसलिए सारे settlement of funds को उनके books या records में दर्ज किया जाता है, जिस कारण से RTGS payments final और irrevocable होते हैं जिसका मतलब है की इसे दुबारा से नहीं किया जा सकता है. इसलिए RTGS एक बहुत ही fastest तरीका है कम समय मे सुरक्षित रुप से बड़ी राशि का लेन-देन करने के लिए एक अच्छा जरिया है।
RTGS transaction को RBI के द्वारा maintained किया जाता है इसलिए सारे settlement of funds को उनके books या records में दर्ज किया जाता है, जिस कारण से RTGS payments final और irrevocable होते हैं जिसका मतलब है की इसे दुबारा से नहीं किया जा सकता है. इसलिए RTGS एक बहुत ही fastest तरीका है कम समय मे सुरक्षित रुप से बड़ी राशि का लेन-देन करने के लिए एक अच्छा जरिया है।
➤आइए जानते हैं RTGS के बारे में ।
RTGS full from- Real Time Gross settlement
( व्यक्तिगत रूप से फंड के निरंतर (रियल-टाइम) निपटान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। Processing रियल टाइम ’का अर्थ है निर्देशों का प्रसंस्करण उस समय के बजाय जब वे कुछ बाद के समय में प्राप्त करते हैं। ross सकल निपटान’ का अर्थ है कि धन हस्तांतरण निर्देशों का निपटान व्यक्तिगत रूप से होता है ) आरबीआई ने बैंक के एक खाते से किसी दूसरे खाते में पैसे के इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर के लिए दो विकल्प ऑफर किए हैं। ये हैं- NEFT (नैशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर) और RTGS (रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट)। ये ट्रांसफर इंटरनेट बैंकिंग फसिलिटी के जरिए किए जा सकते हैं।
( व्यक्तिगत रूप से फंड के निरंतर (रियल-टाइम) निपटान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। Processing रियल टाइम ’का अर्थ है निर्देशों का प्रसंस्करण उस समय के बजाय जब वे कुछ बाद के समय में प्राप्त करते हैं। ross सकल निपटान’ का अर्थ है कि धन हस्तांतरण निर्देशों का निपटान व्यक्तिगत रूप से होता है ) आरबीआई ने बैंक के एक खाते से किसी दूसरे खाते में पैसे के इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर के लिए दो विकल्प ऑफर किए हैं। ये हैं- NEFT (नैशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर) और RTGS (रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट)। ये ट्रांसफर इंटरनेट बैंकिंग फसिलिटी के जरिए किए जा सकते हैं।
➤RTGS के अंतर्गत
1.एक खाताधारक द्वारा दूसरे खाताधारक या लाभार्थी को पैसों का लेनदेन किया जाता है
2. इसमें कम समय में किसी भी लाभार्थी को पैसा भेजना हो तो RTGS के द्वारा भेजा जाता है
3.RTGS मे minimum transaction 2 Lakhs से लेकर अधिकतम राशि का कोई निर्धारित कर सकता है
4.RTGS के लिए bank द्वारा एक RTGS करने वाले खाताधारक से RTGS करने का Charge लगाया जाता है जो amount के आधार पर 30 से लेकर 5 lakh से ऊपर के transfer के लिए 55 rs तक हो सकता है ।
5. RTGS में जिसको RTGS करना हे उस फ़र्म,संस्था या व्यक्ति का नाम, account number, IFSC code,Bank branch आदि की जानकारी होनी चाहिए
6. RTGS Service केवल भारत में ही उपलब्ध है और वो भी केवाल RTGS-enabled banks के साथ ही transaction कीया जा सकता है।
7.RTGS को Online ओर offline दोनो तरिको से कीया जा सकता है।
8. ये तरीका बहुत ही Safe और secure होता है
9. इसमें Immediate clearing हो जाती है
10. यदि अगर किसी कारणवश RTGS द्वारा Transfer किए गए पैसे Beneficiary के अकाउंट में ऐड नहीं किए जाते हैं | तो आपको पैसे वापस मिल जाते हैं | यदि 24 घंटे के अंदर ऐसा नहीं होता है | तो आपको अपने Bank शाखा में संपर्क करना चाहिए |
➣RTGS kese kare (RTGS in Hindi)
2. इसमें कम समय में किसी भी लाभार्थी को पैसा भेजना हो तो RTGS के द्वारा भेजा जाता है
3.RTGS मे minimum transaction 2 Lakhs से लेकर अधिकतम राशि का कोई निर्धारित कर सकता है
4.RTGS के लिए bank द्वारा एक RTGS करने वाले खाताधारक से RTGS करने का Charge लगाया जाता है जो amount के आधार पर 30 से लेकर 5 lakh से ऊपर के transfer के लिए 55 rs तक हो सकता है ।
5. RTGS में जिसको RTGS करना हे उस फ़र्म,संस्था या व्यक्ति का नाम, account number, IFSC code,Bank branch आदि की जानकारी होनी चाहिए
6. RTGS Service केवल भारत में ही उपलब्ध है और वो भी केवाल RTGS-enabled banks के साथ ही transaction कीया जा सकता है।
7.RTGS को Online ओर offline दोनो तरिको से कीया जा सकता है।
8. ये तरीका बहुत ही Safe और secure होता है
9. इसमें Immediate clearing हो जाती है
10. यदि अगर किसी कारणवश RTGS द्वारा Transfer किए गए पैसे Beneficiary के अकाउंट में ऐड नहीं किए जाते हैं | तो आपको पैसे वापस मिल जाते हैं | यदि 24 घंटे के अंदर ऐसा नहीं होता है | तो आपको अपने Bank शाखा में संपर्क करना चाहिए |
➣RTGS kese kare (RTGS in Hindi)
⟹ Offline तरीके से
➣यदि आपको Online Fund Transfer करना नहीं आता है या आपने Internet बैंकिंग के लिए आवेदन नहीं किया है | अथवा आप Online Fund Transfer करना नहीं चाहते हैं | तो आप Offline भी RTGS का उपयोग करके Fund Transfer कर सकते हैं | Offline FundTransfer करने की प्रकीया थोड़ी लम्बी होती है |
1. इसके लिए आपको Bank से NEFT या RTGS करने का फॉर्म लेकर भरना पड़ता है
2. offline में मुख्य रूप (RTGS From kese bhare)
लाभार्थी(beneficiary Name) का नाम, - इसमें बेनिफिशियरी की जगह जिस किसी फ़र्म,संस्था,व्यक्ति को ट्रांसफर करना है उसका नाम आएगा जो कि बैंक में रजिस्टर है
Bank IFSC Code- यह यह 11 Character का unique code होता है जोकि प्रत्येक Bank Branch का अलग अलग होता है जो कि आपको बैंक पासबुक या चेक बुक पर मिल जाएगा या आप बैंक से संपर्क करके भी पता कर सकते हैं
लाभार्थी खाता सख्या( beneficiary Account no)- यहां पर जिस व्यक्ति, संस्था या फर्म का खाता संख्या आएगी जोकि प्रत्येक बैंक की अलग अलग होती है
BANK Branch- इस जगह पर आपको बैंक की ब्रांच adderss डालना है जो आप को पासबुक के मुख्य पेज पर या चेक बुक पर होता है ।
Bank A/c Type- इस वाले कॉलम में आपको अपना bank Account type जो बचत(saving account) खाता चालू खाता(current account) हो सकता है लिखना पड़ता है ।
RTGS कैसे करे |
1. इसके लिए आपको Bank से NEFT या RTGS करने का फॉर्म लेकर भरना पड़ता है
2. offline में मुख्य रूप (RTGS From kese bhare)
लाभार्थी(beneficiary Name) का नाम, - इसमें बेनिफिशियरी की जगह जिस किसी फ़र्म,संस्था,व्यक्ति को ट्रांसफर करना है उसका नाम आएगा जो कि बैंक में रजिस्टर है
Bank IFSC Code- यह यह 11 Character का unique code होता है जोकि प्रत्येक Bank Branch का अलग अलग होता है जो कि आपको बैंक पासबुक या चेक बुक पर मिल जाएगा या आप बैंक से संपर्क करके भी पता कर सकते हैं
लाभार्थी खाता सख्या( beneficiary Account no)- यहां पर जिस व्यक्ति, संस्था या फर्म का खाता संख्या आएगी जोकि प्रत्येक बैंक की अलग अलग होती है
BANK Branch- इस जगह पर आपको बैंक की ब्रांच adderss डालना है जो आप को पासबुक के मुख्य पेज पर या चेक बुक पर होता है ।
Bank A/c Type- इस वाले कॉलम में आपको अपना bank Account type जो बचत(saving account) खाता चालू खाता(current account) हो सकता है लिखना पड़ता है ।
Amount - इस जगह पर amount आएगा क्योंकि हमें सामने वाले व्यक्ति फर्म या संस्था को transfer करना है
3. इस form के साथ एक चेक जी भर कर साथ में देना पड़ता है नगद के रूप में भी जमा करा सकते हैं चेक(chaque) पर अमाउंट लिखकर form के साथ संलग्न करना पड़ता है ।
4. इसके बाद एक तरफ अपनी बैंक खाते की भी जानकारी देनी पड़ती है तथा खाताधारक के हस्ताक्षर के साथ बैंक में submit करना पड़ता है ।
5. इस पूरी प्रोसेस में एक Unique Transactions Number जनरेट किया जाता है | जिससे आरबीआई अमाउंट सेंड करने वाले Bank को भेज देता है |
6. Offline RTGS द्वारा Fund Transfer करने की इस प्रो
सेस में करीब 30 मिनट से 1 घंटे तक का समय लगता है |
⟹ Online तरीके से RTGS/NEFT करना
➤ऑनलाइन तरीके से RTGS या NEFT करने के लिए आपका बैंक की वेबसाइट या Bank Apps पर साईन ईन करना जरूरी है |
RTGS क्या है ? RTGS कैसे करे |
1. आपको जिस व्यक्ति को Fund Transfer करना है उसे Payee अथवा Beneficiary Customer के रूप में अपने Account में Add करना होता है जहाँ आपको उस customer के विषय में सारी जानकारी प्रदान करनी होती है और उसके बाद Bank, उस Beneficiary की Details को Check करता है. इस काम के लिए Bank को Beneficiary की Detail Check करने में लगभग 12-24 घंटें का समय लगता है bank द्वारा beneficiary customer को Activate कर दिया जाता है इसके बाद आपको हर बार beneficiary add नही करना पड़ता है ओर आप Fund का Transfer कर सकते हैं ।
➤इसके लिए आपको करने के लिए निम्न जानकारी होना आवश्यक है |
1.Account Name Holder- इसमें जिस व्यक्ति या फार्म या संस्था का नाम आएगा जो कि बैंक में रजिस्टर्ड हो beneficiary ( लाभार्थी ) की जगह लिखा जाएगा ।
2.Bank Account Number - बैंक मैं प्रत्येक का अपना एक अलग अकाउंट नंबर होता है जिससे जिसकी आधार पर हम बैंक से पैसों का लेनदेन तथा अन्य Trasction करते हैं ।
3.Bank IFSC Code - हर एक bank branch का अपना एक unique code होता है जो कि 11 character का होता है
4.Bank Branch Address - इसमें किसी भी बैंक की अपनी अलग अलग जगह पर छोटी बड़ी ब्रांच होती हैं इसके माध्यम से banking कार्य करता है ।
5.Account Type- बैंक में 4 प्रकार के खातों के प्रकार होते हैं |
A) चालू खाता – Current Account
B) बचत खाता- Savings Account
C) आवर्ती जमा खाता- Recurring Deposit Account
D) सावधि जमा खाता- Fixed Deposit Account
➤RTGS करने के Timings
Days
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Timing
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Weekdays
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9.00 a.m. से 4.30 pm तक
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Saturday
|
9.00 a.m. से 2.00 p.m तक
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➤Bank Charges
Amount
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RTGS Fee
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Rs.2 lakh से Rs.5 lakh तक
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Rs.30 per transaction
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transactionAbove
Rs.5 lakh
|
Rs.55 per transaction
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(RTGS in Hindi)? के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को RTGS के बारे में समझ आ गया होगा. मेरा आप सभी पाठकों से आशा करते है की आप लोगो को हमारी जानकारी पसंद आई होगी आप इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.
धन्यवाद............
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